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For High-Low Blood Pressure and Cardiac Diseases

From this blog, We will guide you the information about how control blood pressure and as well as about the symptoms of high and low blood pressure and best ayurvedic medicine for high blood pressure. We are providing the best medicine for blood pressure.

Pathologically Blood Pressure are of 2 types:-  Hi-Blood Pressure (Hypertension) and Low Blood Pressure.
Low Blood Pressure:- The hypotension of peripheral blood vessels causes vasodilatation which results in low blood pressure. Symptoms like Headache, Restlessness, Nausea, Laziness etc. We will provide you the best low blood pressure treatment.

Hypertension:- Pathological value of cholesterol deposited in peripheral and cranial blood vessels that causes sclerosis and contraction of blood vessels. Cardiac output increases to compensate for their work, resulting in Peripheral Blood Pressure increase, known as Hypertension. From us you will get know the best high blood pressure treatment.
Symptoms: like Cardiac pain, Vertigo, Restlessness, Giddiness, Heart attack.

Low and High Blood Pressure if not treated can create more serious problems like Paralysis, Hemiplegia, Brain Haemorrhage etc.

The medicinal contents of this formula and blood pressure medicine cure the cardiac diseases, control the blood pressures and normalizes the blood cholesterol value and also makes the body healthy.

 MEDICINE QUANTITY IS CONFIDENTIAL.

NOTE:- If you are suffering the problem of high and low blood pressure, So we are providing the best medicine for blood pressure. contact now for any queries and solutions.

 

हाई या लो बीपी की शुरुआत में बॉडी में दिखते हैं ये 9 बदलाव, नजरअंदाज न करें (blood pressure ko kaise control kare)

आज हम आपको ऐसे ही 9 बदलावों के बारे में बता रहे हैं जिनसे आप आसानी से बॉडी में हाई या लो बीपी के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

आजकल की भागदौड़ और तनाव से भरपूर जीवन में महिलाओं को कई तरह की लाइफस्‍टाइल से जुड़ी समस्‍याओं से दो चार होना पड़ता है, जैसे डायबिटीज, वजन का बढ़ना, थायरॉयड, अर्थराइटिस आदि। इन सब के अलावा एक समस्‍या और भी है जिससे ज्‍यादातर महिलाएं बहुत ज्‍यादा परेशान रहती हैं और वह ब्‍लड प्रेशर की समस्‍या है। जिसमें हाई और लो दोनों तरह का ब्‍लड प्रेशर शामिल है। यह भी आधुनिक लाइफस्‍टाइल की सबसे बड़ी देन है। खान-पान की गलत आदतें, स्‍ट्रेस, एक्‍रसाइज की कमी और ठीक से नींद ना लेने के अलावा बॉडी में सोडियम इस समस्‍या का मुख्‍य कारण है। इसे साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है क्‍योंकि शुरुआत में इसका कोई भी लक्षण आसानी से दिखाई नहीं देता है। जब दिखाई देते है तो बहुत देर हो चुकी होती है। लेकिन इसे आप महसूस कर सकती हैं। इसलिए इसके लक्षणों के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है ताकि समय पर इसकी जानकारी लेकर इस समस्‍या से आसानी से बचा जा सकें। आज हम आपको ऐसे ही 9 बदलावों के बारे में बता रहे हैं जिनसे आप आसानी से बॉडी में हाई या लो बीपी के बारे में जानकारी ले सकते हैं। लेकिन सबसे पहले हम हाई या लो ब्‍लड प्रेशर के बारे में विस्‍तार से जा लेते हैं।  

हाई ब्‍लड प्रेशर

हाई ब्‍लड प्रेशर एक गंभीर समस्‍या है। इसे हाइपरटेंशन भी कहते हैं। और इसे कंट्रोल करने के उपायों के बारे में बेहद जरूरी है। क्‍योंकि ऐसा न करने पर बॉडी के अन्‍य अंगों को नुकसान होने लगता है। यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकती है। जी हां हाइपरटेंशन या हाई ब्‍लड प्रेशर, एक क्रोनिक मेडिकल कंडीशन है जिसमें धमनियों में ब्‍लड का प्रेशर बढ़ जाता है। प्रेशर बढ़ने के कारण, ब्‍लड की धमनियों में ब्‍लड सर्कुलेशन को बनाये रखने के लिये हार्ट को नॉर्मल से अधिक काम करना पड़ता है। आमतौर पर 120/80 को नॉर्मल ब्लड प्रेशर माना जाता है, लेकिन अगर इसका लेवल इससे ज्यादा होने लगे तो उसे हाई ब्‍लड प्रेशर माना जाता है। 

लो ब्‍लड प्रेशर

ब्लड प्रेशर बताता है कि आपका हार्ट कितनी ताकत से ब्‍लड को आपकी बॉडी की तरफ खींचता है। आपका ब्लड प्रेशर को लेकर अक्सर हम परेशान रहते हैं और ज्‍यादातर लोग हाई ब्‍लड प्रेशर और उससे जुड़े खतरे को लेकर परेशान रहते हैं। लेकिन लो ब्लड प्रेशर भी हमारे लिए खतरनाक हो सकता है, जिसके बारे में हम कम बात करते है। आमतौर पर 120/80 को नॉर्मल ब्लड प्रेशर माना जाता है, लेकिन अगर इसका लेवल इससे कम होने लगे तो इसे लो ब्लड प्रेशर माना जाता है। लो ब्लड प्रेशर को हाइपोटेंशन भी कहा जाता है। ये ऐसी अवस्था है, जिसमें धमनियों में ब्‍लड का प्रेशर असामान्य रूप से कम हो जाता है।

  • हाई बीपी में बॉडी में बदलाव
  • हाई बीपी में सिर में और शरीर में पसीना आने लगता है
  • हाई ब्लड प्रेशर में सिर में तेज दर्द होना।
  • सीने में आपको भारीपन और दर्द महसूस होना। 
  • थकावट और तनाव हमेशा बना रहता है।
  • हाई बीपी में अचानक से घबराहट होने लगती है।
  • चेहरे पर या हाथ पैरों में अचानक से सुन्नपन आना। 
  • खुद को कमजोर महसूस करना और आंखों से भी धुंधला दिखाई देना। 
  • कुछ भी बोलने में या समझने में कठिनाई का अनुभव होता है। 
  • सांस लेने में परेशानी महसूस होती है।
  • लो बीपी में बॉडी में बदलाव
  • हाथ और पैरों के तलवे ठंडे पड़ने लगते हैं
  • लो बीपी होने पर भूख नहीं लगती है।
  • आंखों का कलर हल्‍का रेड होने लगता है
  • सांसे तेज हो जाती है। 
  • धड़कने बढ़ जाती हैं।
  • डिप्रेशन, थकान और निराशा हमेशा बनी रहती है। 
  • अचानक से जी मचलने लगता है और प्यास लगती है।
  • त्वचा में धीरे-धीरे पीलापन आने लगता है।
  • आंखों से धुंधला दिखाई देने लगता है। 

जब किसी व्यक्ति को हाई या लो बीपी की समस्या हो जाती है। तो शरीर देने लगते यह 9 संकेत, यदि आपके शरीर में महसूस होने लगे यह 9 संकेत, तो आयुर्वेदिक ओषधियों का फार्मूला सेवन करें

इस उत्तराखण्ड फार्मूले की औषधीय सर्वश्रेष्ठ सामग्री निम्न और उच्च रक्तचाप रोग को ठीक करती है, और शरीर को स्वस्थ भी बनाती है।               
चिकित्सा योग्यता संवैधानिक है।

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